Pollution Essay in Hindi – प्रदूषण पर हिन्दी में निबंध

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Pollution Essay in Hindi

Pollution Essay In Hindi – इस लेख में प्रदूषण क्या है और प्रदूषण कितने प्रकार के हैं – वायु, जल, ध्वनि, पर्यावरण, ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी है, जिससे प्रदूषण पर निबंध हिंदी में (Essay on Pollution in Hindi) सर्च कर रहे बच्चों को प्रदूषण पर निबंध लिखने में इस लेख से सहायता मिलेगी।

प्रदूषण शब्द सुनते ही हमारे मन में तरह-तरह के सवाल उमड़-घुमड़ करने लगते हैं और हम इस कदर चिंतित हो उठते हैं कि अब तो इस समस्या का कोई न कोई हल तो अवश्य ही ढूंढ निकालेंगे। हमारा देश हमेशा से ही प्राकृतिक आपदाओं, वैश्विक महामारियों, प्रदूषण आदि जैसी गंभीर समस्याओं का सामना करता आया है। शहरों में प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन चुका है। प्रदूषण शहरों पर इस कदर हावी हो चुका है कि अब वहाँ रह रहे लोगों के लिए इसके बचकर निकल पाना मतलब शेर के पिंजरे से जिंदा बचकर आने के बराबर है।

बचपन में हम जब भी गर्मी की छुट्टियों में अपने दादी-नानी के घर जाते थे, तो हर जगह हरियाली ही हरियाली फैली होती थी। हरे-भरे बाग-बगिचों में खेलना बहुत अच्छा लगता था। चिड़ियों की चहचहाहट सुनना बहुत अच्छा लगता था। अब वैसा दृश्य कहीं दिखाई नहीं देता।

आजकल के बच्चों के लिए ऐसे दृश्य केवल किताबों तक ही सीमित रह गये हैं। ज़रा सोचिए ऐसा क्यों हुआ। पेड़-पौधे, पशु-पक्षी, मनुष्य, जल, वायु, आदि सभी जैविक और अजैविक घटक मिलकर पर्यावरण का निर्माण करते हैं। सभी का पर्यावरण में विशेष स्थान है।

प्रदूषण क्या है Pollution Essay In Hindi

प्रदूषण का संबंध प्रकृति से जुड़ी किसी भी एक चीज़ को होने वाली हानि या नुकसान से नहीं है बल्कि उन सभी प्राकृतिक संसाधनों को खराब करने या व्यर्थ करने से है जो हमें प्रकृति ने बड़े ही सौंदर्य के साथ सौंपे हैं। यह तो सत्य है कि जैसा व्यवहार हम प्रकृति के साथ करेंगे वैसा ही बदले में हमें प्रकृति से मिलेगा। मिसाल के तौर पर हम कोरोनाकाल के लॉकडाउन के समय को याद कर सकते हैं कि किस प्रकार प्रकृति की सुंदरता देखी गई थी, जब मानव निर्मित सभी चीज़ें (वाहन, फैक्ट्रियाँ, मशीनें आदि) बंद थीं और भारत में प्रदूषण का स्तर कुछ दिनों के लिए काफी कम हो गया था या कहें तो, लगभग शून्य ही हो गया था।

इस उदाहरण से एक बात तो पानी की तरह साफ है कि समय-समय पर हो रहीं प्राकृतिक घटनाओं, आपदाओं, महामारियों आदि के लिए ज़िम्मेदार केवल-और-केवल मनुष्य ही है। जब भी हम प्रकृति या प्राकृतिक संसाधनों की बात करते हैं, तो उनमें वो सभी चीज़ें शामिल हैं जो मनुष्य को ईश्वर या प्रकृति से वरदान के रूप में मिली हैं। इनमें वायु, जल, पेड़-पौधे, पशु-पक्षी, नदियाँ, वन, पहाड़ आदि चीज़ें शामिल हैं। मनुष्य होने के नाते इन सभी प्राकृतिक चीज़ों और संसाधनों की रक्षा करना हमारा प्रथम कर्तव्य है। प्रकृति हमारी रक्षा तभी करेगी जब हम उसकी रक्षा करेंगे।

प्रदूषण का अर्थ Pollution Essay In Hindi

वर्तमान में प्रकृति को जिस चीज़ से सबसे ज़्यादा खतरा है, वो है प्रदूषण। प्रदूषण का सीधा-सा अर्थ है वायु, जल और मिट्टी का दूषित हो जाना, जिसकी वजह से हमें न तो शुद्ध वायु मिल रही है, न शुद्ध जल मिल रहा, न शुद्ध खाद्य मिल रहा और न ही शांत वातावरण मिल पा रहा है, जिसके हम हक़दार हैं। हरियाली, हरे-भरे बाग-बगीचे, चिड़ियों की चहचहाहट, नदियों का साफ और नीला जल मानो आने वाले समय में महज़ एक सपना बनकर ही न रह जाए। पेड़-पौधे, पशु-पक्षी, मनुष्य, जल, वायु आदि सभी जैविक और अजैविक घटक मिलकर पर्यावरण का निर्माण करते हैं और सभी का ही पर्यावरण में विशेष स्थान है लेकिन आज यह सभी चीज़ें ही सबसे ज़्यादा खतरे में पहुँच चुकी हैं।

Pollution Essay in Hindi

प्रदूषण के कारण Pollution Essay In Hindi

प्रदूषण के कई बड़े कारण हैं जिसने प्रदूषण को जन्म दिया और प्रकृति तथा मानव जीवन में ज़हर के समान दूषित तत्वों को घोलकर उन्हें मौत के नज़दीक लाकर खड़ा कर दिया। प्रदूषण के बड़े कारणों में निम्नलिखित कारण शामिल हैं, जैसे-

  1. वनों को तेजी से काटना
  2. कम वृक्षारोपण
  3. बढ़ती जनसंख्या
  4. बढ़ता औद्योगिकीकरण
  5. प्रकृति के साथ छेड़छाड़
  6. कारखाने, वाहन और मशीनें
  7. वैज्ञानिक संसाधनों का अधिक उपयोग
  8. कीटनाशकों का बढ़ता उपयोग
  9. तेजी से बढ़ता शहरीकरण
  10. प्राकृतिक संसाधनों की बढ़ती खपत

इन कारणों के अलावा ऐसे ही न जाने कितने छोटे-बड़े कारण है जिसका अंदाज़ा लगा पाना मुश्किल है। बढ़ती जनसंख्या जिसके कारण लगातार वनों को काटा जा रहा, औद्योगिकीकरण और तेज़ होता जा रहा, मशीनों का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है, गांव धीरे-धीरे खत्म होकर शहर में तब्दील हो रहे हैं, लोग रोज़गार की तलाश में गांवों से शहरों की ओर पलायन कर रहे हैं, प्राकृतिक संसाधनों और खनिजों का असीमित मात्रा में उपयोग किया जा रहा है जिससे प्रदूषण को बढ़ावा मिल रहा है। वातावरण को शुद्ध करने में पेड़-पौधों की सबसे अहम भूमिका होती है लेकिन मनुष्य अपनी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए इन्हें बढ़ी ही आसानी से नष्ट किए जा रहा है।

प्रदूषण के प्रकार Pollution Essay In Hindi

1.वायु प्रदूषण

Pollution Essay in Hindi वायु प्रदूषण को सबसे खतरनाक प्रदूषण माना जाता है, इस प्रदूषण का मुख्य कारण उद्योगों और वाहनों से निकलने वाला धुआं है। इन स्त्रोतों से निकलने वाला हानिकारक धुआं लोगो के लिए सांस लेने में भी बाधा उत्पन्न कर देता है। दिन प्रतिदिन बढ़ते उद्योगों और वाहनों ने वायु प्रदूषण में काफी वृद्धि कर दी है। जिसने ब्रोंकाइटिस और फेफड़ो से संबंधित कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं खड़ी कर दी है।

2.जल प्रदूषण

Pollution Essay in Hindi

उद्योगों और घरों से निकला हुआ कचरा कई बार नदियों और दूसरे जल स्त्रोतों में मिल जाता है, जिससे यह उन्हें प्रदूषित कर देता है। एक समय साफ-सुथरी और पवित्र माने जानी वाली हमारी यह नदियां आज कई तरह के बीमारियों का घर बन गई है क्योंकि इनमें भारी मात्रा में प्लास्टिक पदार्थ, रासयनिक कचरा और दूसरे कई प्रकार के नान बायोडिग्रेडबल कचरे मिल गये है।

3.भूमि प्रदूषण

वह औद्योगिक और घरेलू कचरा जिसका पानी में निस्तारण नही होता है, वह जमीन पर ही फैला रहता है। हालांकि इसके रीसायकल तथा पुनरुपयोग के कई प्रयास किये जाते है पर इसमें कोई खास सफलता प्राप्त नही होती है। इस तरह के भूमि प्रदूषण के कारण इसमें मच्छर, मख्खियां और दूसरे कीड़े पनपने लगते है, जोकि मनुष्यों तथा दूसरे जीवों में कई तरह के बीमारियों का कारण बनते है।

4.ध्वनि प्रदूषण

ध्वनि प्रदूषण कारखनों में चलने वाली तेज आवाज वाली मशीनों तथा दूसरे तेज आवाज करने वाली यंत्रो से उत्पन्न होता है। इसके साथ ही यह सड़क पर चलने वाले वाहन, पटाखे फूटने के कारण उत्पन्न होने वाला आवाज, लाउड स्पीकर से भी ध्वनि प्रदूषण में वृद्धि होती है। ध्वनि प्रदूषण मनुष्यों में होने वाले मानसिक तनाव का मुख्य कारण है, जोकि मस्तिष्क पर कई दुष्प्रभाव डालने के साथ ही सुनने की शक्ति को भी घटाता है।

5.प्रकाश प्रदूषण

प्रकाश प्रदूषण किसी क्षेत्र में अत्यधिक और जरुरत से ज्यादे रोशनी उत्पन्न करने के कारण पैदा होता है। प्रकाश प्रदूषण शहरी क्षेत्रों में प्रकाश के वस्तुओं के अत्यधिक उपयोग से पैदा होता है। बिना जरुरत के अत्याधिक प्रकाश पैदा करने वाली वस्तुएं प्रकाश प्रदूषण को बढ़ा देती है, जिससे कई तरह की समस्याएं उत्पन्न हो जाती है।

6.रेडियोएक्टिव प्रदूषण

रेडियोएक्टिव प्रदूषण का तात्पर्य उस प्रदूषण से है, जो अनचाहे रेडियोएक्टिव तत्वों द्वारा वायुमंडल में उत्पन्न होता है। रेडियोएक्टिव प्रदूषण हथियारों के फटने तथा परीक्षण, खनन आदि से उत्पन्न होता है। इसके साथ ही परमाणु बिजली केंद्रों में भी कचरे के रुप में उत्पन्न होने वाले अवयव भी रेडियोएक्टिव प्रदूषण को बढ़ाते है।

7.थर्मल प्रदूषण

कई उद्योगों में पानी का इस्तेमाल शीतलक के रुप में किया जाता है जोकि थर्मल प्रदूषण का मुख्य कारण है। इसके कारण जलीय जीवों को तापमान परिवर्तन और पानी में आक्सीजन की कमी जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है।

8.दृश्य प्रदूषण

मनुष्य द्वारा बनायी गयी वह वस्तुएं जो हमारी दृष्टि को प्रभावित करती है दृष्य प्रदूषण के अंतर्गत आती है जैसे कि बिल बोर्ड, अंटिना, कचरे के डिब्बे, इलेक्ट्रिक पोल, टावर्स, तार, वाहन, बहुमंजिला इमारते आदि।

प्रदूषण से क्या हानि होती है? Pollution Essay In Hindi

प्रदूषण के बढ़ने से हमें कई प्रकार की हानियों का सामना करना पड़ रहा है, जैसे- भूकंप, बाढ़, तूफान, भूस्खलन, जंगलों में आग, सूखा, महामारी आदि। इन हानियों और नुकसानों के लिए केवल प्रदूषण को ही जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता है बल्कि प्रदूषण के साथ मनुष्य द्वारा प्रकृति से हो रही छेड़छाड़ भी इन सबके लिए जिम्मेदार है। प्रदूषण के कारण मानव के स्वस्थ जीवन को खतरा पैदा हो गया है। लोगों को शुद्ध और खुली हवा में सांस नहीं मिल पा रही है। अशुद्ध भोजन और गंदे जल के कारण कई तरह की गंभीर बीमारियां मनुष्य के शरीर में पहुंचकर घातक परिणाम पैदा कर रही हैं। पर्यावरण-प्रदूषण के कारण न तो समय पर वर्षा होती है और न ही सर्दी-गर्मी का चक्र ठीक से चलता है। बढ़ते प्राकृतिक प्रकोपों का कारण भी प्रदूषण ही है। प्रदूषण से मनुष्य के साथ-साथ जानवरों, पशु-पक्षियों, पेड़-पौधों, नदियों, समुद्रों आदि सभी चीज़ों को गंभीर हानि हो रही है, जिसकी भरपाई कर पाना बहुत मुश्किल है।

Pollution Essay in Hindi

प्रदूषण से बचाव के उपाय Pollution Essay In Hindi

आज हमारे सामने सबसे बड़ा सवाल या कहें कि सबसे बड़ी चुनौती है कि प्रदूषण से कैसे बचा जाए? या प्रदूषण से बचाव के क्या उपाय हैं? यह सवाल तो सबके पास है लेकिन इसका जवाब आज भी नहीं मिल पाया है। अगर जवाब मिल भी गया है, तो क्या हम उस बात पर अमल करते हैं जो प्रदूषण को कम करने और प्रकृति को बचाए रखने के लिए सहायक है। प्रदूषण से तभी बचा जा सकता है जब हम सबसे पहले अपने अंदर बदलाव लाएंगे। प्रकृति को बिना कोई नुकसान पहुँचाए प्राकृतिक चीज़ों का ज़रूरत के हिसाब से इस तरह से उपयोग करेंगे कि यह भावी पीढ़ी के लिए भी सुरक्षित रह सकें।

Pollution Essay In Hindi Best Slogan

हम सब मिलकर प्रदूषण को मिटाएंगे, और अपने पर्यावरण को स्वच्छ बनाएंगे।।

शर्म करो-शर्म करो करोड़ो रुपये पटाखों पर बर्बाद मत करो-मत करो।

प्रदूषण हटाओ, पर्यावरण बचाओं।

प्रदूषण की समस्या एक दीमक की तरह है, जो पर्यावरण को धीरे-धीरे खोखला बनाती जा रही है।।

निष्कर्ष

आशा करते हैं कि आपको Pollution Essay In Hindi का ब्लॉग अच्छा लगा होगा। जितना हो सके अपने दोस्तों और बाकी सब को शेयर करें ताकि वह भी Pollution Essay In Hindi का  लाभ उठा सकें और  उसकी जानकारी प्राप्त कर सके । हमारे Jobcutter.com में आपको Pollution Essay In Hindi जैसे कई प्रकार के ब्लॉग मिलेंगे जहां आप अलग-अलग विषय की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं ।अगर आपको किसी भी प्रकार के सवाल में दिक्कत हो रही हो तो हमारी विशेषज्ञ आपकी सहायता भी करेंगे।

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