MDS Course क्या है और कैसे करें? MDS Course Full-Form, Qualification, Admission Process, Career, Entrance Exam, Scope की पूरी जानकारी हिंदी में
MDS Course In Hindi Information
MDS कोर्स के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए अब आपको कहीं और जाने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। इस आर्टिकल के माध्यम से हमने MDS कोर्स के बारे में कई महत्वपूर्ण बातों जैसे
MDS kya hai, MDS kaise karen, MDS eligibility से जुड़ी पूरी जानकारी का उल्लेख किया है। पिछले कुछ समय से भारत में डेंटिस्ट डॉक्टर की ज्यादा माग बढ़ी है। और जो स्टूडेंट एमबीबीएस नहीं कर सकते उसके लिए आज का कोर्स बहुत ही महत्वपूर्ण है और इस कोर्स की मदद से आप अपना कैरियर मेडिकल फील्ड में बना सकते है। यदि आपको डेंटल इंडस्ट्री में जाना चाहते है तो आज का यह आर्टिकल आपके लिए है।
तो आज के समय में एक डेंटिस्ट डॉक्टर बनना अपने आप में बहुत बड़ी बात होती है और हमारे देश में डेंटिस्ट डॉक्टर को बहुत जाएदा सम्मान और आदर करते है क्यूंकि डेंटिस्ट डॉक्टर लोगो के जीवन में खुसी पहुंचाती है डेंटल में मास्टर डेंटिस्ट डॉक्टर (Doctor) बनकर आप अपने करियर को उज्जवल बना सकते है लेकिन आपको ये जानना बहुत जरुरी है की MDS कोर्स क्या होता है और कैसे करे क्यूंकि बिना सोचे समझे किसी भी कोर्स को करना आपको असफल बनाती है तो में आपको बहुत सारा ज्ञान देने वाला हूँ जिससे आपको ये कोर्स करने में परेशानी न हो और आप अच्छे से कर सको तो इस आर्टिकल को पूरा धेयान से पढ़ना.
एमडीएस कोर्स क्या है पूरी जानकारी ? What is MDS Course Information in Hindi?
MDS का Full Form “Master Of Dental Surgery” होता है जो एक मास्टर डिग्री कोर्स है। master of dental surgery या MDS Course डेंटल साइंस में ग्रेजुएट करने वाले स्टूडेंट के लिए मास्टर लेवल की डिग्री है। मास्टर ऑफ डेंटल सर्जरी की अवधि 2 या 3 वर्ष है। जिसमे आपको दांत, जबड़े और डेंटल साइंस के विषय में स्पेशलाइजेशन के लिए कोर्स है। साथ ही साथ इस डेंटल कोर्स में आपको 1 साल ट्रेनिंग दि जाती है।
आपको एक्सपेरिएंस बनाने के लिए जब आप अपना एमडीएस कोर्स पूरा कर लेते हो और इस कोर्स में आपको दाँतों के बारे में सबसे जायदा पढ़ाया जाता है इस लिए इस कोर्स का डिमांड हमारे देश और विदेश में बहुत जायदा है तो आये अब जान लेते है की इस कोर्स को करने के लिए क्वालिफिकेशन (Qualification) क्या होना चाहिए.
एमडीएस कोर्स की योग्यता – MDS Course Qualification
अगर आप एमडीएस की पढाई करना चाहते हो तो आपके पास कम से कम निचे बताये हुए चीजों में आपके पास होना चाहिए अगर है तो आप एमडीएस (MDS) की पढाई कर सकते है.
- साइंस सब्जेक्ट से 12th की पढ़ाई अच्छे मार्क्स से पूरी करें।
- 12th में आपका बायोलॉजी (जीवविज्ञान ) सब्जेक्ट होना जरूरी है |
- Dental Council Of India (भारतीय दंत परिषद) द्वारा मान्यता प्राप्त डेंटल कॉलेजों से ही विद्यार्थी की BDS की डिग्री होनी चाहिए।
- MDS कोर्स में दाखिला लेने से पूर्व BDS के लिए अपनी इंटर्नशिप पूरी कर लेनी चाहिए।
- कुछ डेंटल कॉलेजों में एडमिशन के लिए BDS में कम से कम 55% मार्क्स लाना जरूरी है ताकि आप MDS में एडमिशन ले सकें।
- MDS कोर्स में एडमिशन प्रोसेस के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम भी देना जरूरी है।
एमडीएस करने के फायदे (MDS Course Benefits)
- एमडीएस कोर्स (MDS Course) करने के बाद आप डेंटल डक्टर में अच्छे एक्सपर्ट हो जाते है
- एमडीएस करने के बाद आप एक पोस्ट ग्रेजुएट कहलाते है
- डेंटिस्ट्री स्कूल सरकारी या निजी अस्पतालों में डेंटिस्ट के रूप में आपको काम करने में एक्सपर्ट बनाती है
- लोगों की सेवा करने के अलावा, दंत चिकित्सा विज्ञान के क्षेत्र में कैरियर वर्तमान समय में सबसे आकर्षक विकल्पों में से एक है
- एमडीएस कोर्स करने बाद आप किसी का डेंटल हॉस्पिटल में भी जॉब कर सकते है
- एमडीएस करने के बाद विदेश में बहुत जाएदा आपका मांग होता है
MDS के अंतर्गत आने वाले विषय कौन-कौन से हैं? (MDS ke subject kon se hai?)
MDS कोर्स में आपको वही सब्जेक्ट पढ़ाए जाते हैं जो कि डेंटल साइंस के क्षेत्र में स्पेशलाइजेशन बनने के लिए आवश्यक होता है तथा इसमें भी बहुत अधिक गहराई से जानकारी दी जाती है तो चलिए हम जानते हैं कि MDS ke subject kon se hai?
- Specialisation
- Oral Maxillofacial Surgery
- Operative dentistry
- Pedodontics Preventive Dentistry
- Prosthodontics
- Periodontics
- Orthodontics
इसके अलावा और भी बहुत सारे सब्जेक्ट को पढ़ाया जाता है ।
एमडीएस कोर्स के बाद आगे की पढ़ाई – Further Studies After MDS Course
यदि कोई स्टूडेंट master of dental surgery के बाद आगे की पढ़ाई करना चाहता है तो वह आगे पढ़ाई कर सकते है। आगे पढ़ाई के लिए स्टूडेंट पीएचडी भी कर सकता है।
List of MDS Entrance Exam In Hindi
इस कोर्स के लिए निम्न प्रकार के एंट्रेंस एग्जाम में कराए जाते हैं :-
1). केरल विश्वविद्यालय MDS प्रवेश परीक्षा
2). मणिपाल विश्वविद्यालय MDS प्रवेश परीक्षा
3). आल इंडिया पोस्ट ग्रेजुएट डेंटल प्रवेश परीक्षा
4). डॉ डी वाई पाटिल आल इंडिया कॉमन एन्ट्रन्स एग्जाम
5). नीट MDS प्रवेश परीक्षा
6). निम्स एंट्रेंस एग्जाम
7). AIIMS PG entrance exam
MDS करने के बाद जॉब कैसे चुने? (MDS karne ke bad job kaise chune?)
MDS को पूरा करने के बाद आपके पास कई सारे job ऑप्शन होते हैं। पर फिर भी हम आपको इन सब से संबंधित कुछ बेहतरीन जॉब के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपके लिए ज्यादा फायदेमंद होगा।
MDS karne ke bad job आप इस रूप में कर सकते हैं –
- फोरेंसिक
- ओरल पैथोलोजिस्ट
- कंसलटेंट
- डेंटल असिस्टेंट
- डेंटल हीगेनिस्ट
- मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव / सेल्स रिप्रेजेन्टेटिव
- प्राइवेट प्रैक्टिशनर्स
- पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट्स
- प्रोफेसर
- डेंटल सर्जन
Conclusion – MDS kya hai, MDS kaise kare
इस आर्टिकल में हमारी तरफ से सारी जानकारी जैसे MDS course kya hai, MDS Course ke liye qualification ,MDS Course karne ke fayde, MDS ke subject, MDS ke course, MDS karne ke bad job, MDS course kaise kare
यह सब जानकारी देने की कोशिश की है, जो आपके लिए फायदेमंद साबित होगी। हमें पूरी उम्मीद है की आप इस आर्टिकल के माध्यम से MDS को पूरी तरह से समझ सकते हैं।