स्पैनर क्या है? स्पैनर के प्रकार? Types of spanner in Hindi | Spanner set Size of Spanner In Hindi Information
स्पेनर क्या हैं ? स्पेनर क्या होते हैं ? स्पेनर किस धातु के बने होते हैं
Introduction of Spanner In Hindi
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काम को आसान बनाने के लिए हम औजारों का इस्तेमाल करते हैं. जिससे कि हम काम को जल्दी और बड़ी ही आसानी से कर सकते हैं. इसी प्रकार हम नट और बोल्ट को कसने व खोलने के लिए जिस टूल का प्रयोग होता हैं उसे स्पेनर या रेंच कहते हैं. इसे हम साधारण भाषा मे स्पेनर को पाना या चाबी भी कहते हैं. रेंच एक ऐसा औजार है जिसका प्रयोग किसी भी घुमावदार वस्तु पर बल लगाने के लिए किया जाता है.औजारों के बारे में हमें आईटीआई पॉलिटेक्निक जैसे डिप्लोमा में बहुत ज्यादा बताया जाता है.
क्योंकि यहां पर हमें ज्यादा प्रैक्टिकल देखने को मिलता है. इसीलिए आप को औजारों द्वारा काम भी करवाया जाता है. अगर आप किसी भी औजार के बारे में ज्यादा जानकारी पाना चाहते हैं तो आपको उसे ज़ोर को इस्तेमाल करके देखना होगा तभी आपको पता लगेगा कि है और कैसे काम करता है और कहां कहां पर है
इसका इस्तेमाल किया जा सकता है. इस पोस्ट में हम आपको सामान्य रेंचो के बारे में बता रहे हैं. जिसका प्रयोग आम तौर पर किया जाता है.पाना एक ऐसा सामान्य औजार है. जिसका इस्तेमाल हम हमारे घर में भी कर सकते हैं क्योंकि हमारे घर में भी बहुत सी जगह पर नट और बोल्ट होते हैं. जिन्हें हम हाथों द्वारा नहीं खोल सकते इसीलिए हम वहां पर पाना का इस्तेमाल कर सकते हैं.
Material of Spanner In Hindi
स्पेनर प्राय: Alloy Steel या Carbon Steel को Drop Forge करके बनाये जाते हैं स्पनेर को Chrome Venedium Steel का बनाया जाता हैं. स्पनेर की Strenght को बढ़ाने के लिए इन्हें Heat Treated किया जाता हैं स्पनेर की Hardening एवं Tempering व Case Hardening की जाती हैं ।
Size of Spanner In Hindi
किसी नट या बोल्ट के हेड की आमने सामने के फेस के बीच की दूरी ही स्पेनर का साइज होता हैं स्पेनर के जॉव की Width नट की फेस की दूरी से कुछ अधिक रखी जाती हैं ताकि स्पनेर सही प्रकार से नट पर फिट हो सके स्पनेर के साइज़ इसकी Jaw के नीचे बॉडी पर लिखी रहती हैं.
स्पेनर को नट पर सही फिट होना चाहिए अगर लूज़ फिट या टाइट फिट होगा तो नट व स्पनेर दोनों dammage हो सकते हैं. स्पैनर को उसकी शेप और साइज के अनुसार जाना जाता है। इसके साइज को नम्बर के द्वारा प्रदर्शित किया जाता है। अर्थात् यह मार्केट में नम्बर से मिलते हैं।
Sets of Spanner In Hindi
स्पनेर प्राय: सेट मे मिलते हैं स्पनेर के एक सेट मे 12 पीस होते हैं स्पनेर के एक सेट मे 6 mm se 32 mm Size के स्पनेर होते हैं.
Types of Spanners (स्पेनर के प्रकार)
Single Ended Spanner – इस प्रकार के स्पनेर का एक ही मुँह होता हैं जो की एक निशित साइज मे बना होता हैं. इस स्पेनर का प्रयोग केवल एक साइज के नट व बोल्ट को ढीला करने व कसने के लिए किया जाता हैं.

Double Ended Spanner – इसे शार्ट मे D.E Spanner भी कहते हैं यह ओपन Ended Spanner होता हैं D.E Spanner से दोनों सिरे से नट बोल्ट खोले जाते हैं D.E Spanner के दोनों सिरे अलग अलग साइज के होते हैं इसका प्रयोग हम सामन्य जीवन मे करते है यह स्पेनर हर घर मे देखने को मिल जाते हैं.

Ring Spanner – यह एक ऐसा स्पेनर हैं इसके दोनों सिरे पर रिंग के आकार का होता हैं इस रिंग के अंदर 12 खाचे होते हैं जिससे नट पर अच्छी grip बनती हैं रिंग नट बोल्ट को चारों ओर से पकड़ते हैं जिससे स्पेनर के स्लिप होने की संभाबना काम रहती हैं नट के आकार के अनुसार अलग अलग स्पेनर का प्रयोग किया जाता हैं.

Combination Spanner – यह रिंग एवं डी.ई स्पेनर का कॉम्बिनेशन होता हैं इसके दोनों सिरों की साइज एक ही होती हैं एक स्पेनर से एक ही साइज के नट बोल्ट खोले व कसे जा सकते हैं.

Adjustable Spanner – जैसा की इस के नाम से ही पता चल रहा होगा की यह एडजस्ट टेबल स्पेनर हैं इस स्पेनर को हम अपने कार्य के अनुसार छोटा व बड़ा कर सकते हैं यह एक ऐसा स्पेनर हैं जो की एक फिक्स साइज तक ही ओपन किया जा सकता हैं इस स्पेनर के सहायता से हमें कई स्पेनर का कार्य एक ही स्पेनर से कर सकते हैं ।

Socket Spanner – आजकल हर जगह सॉकेट स्पेनर देखने को मिलते हैं क्योंकि यह एक ऐसा टूल हैं जिसके एक सिरे पर खाचे बने होते हैं जो नट पर grip बनाते हैं इसके दूसरे सिरे पर चौकोर होल होता हैं इसे Tomy Hole कहते हैं इस Tomy Hole मे Bar या रॉड को फसाकर सॉकेट स्पेनर को खोला वा कसा जा सकता हैं. सॉकेट स्पेनर सेट्स मे मिलते हैं सभी सॉकेट स्पेनर के Tomy Hole का साइज एक समान होता हैं सॉकेट स्पेनर का प्रयोग गहराई मे नट व बोल्ट खोलने कसने मे होता हैं इसे गोटी पाना भी कहते हैं.

Tubular Spanner – यह एक खोकला पाइप होता हैं जो की अंदर से ष्टभुजाकार आकार मे बना होता हैं ये भिन्न भिन्न लम्बाई व साइज मे पाए जाते है इसकी बॉडी पर एक आर पार सुराख़ बना होता हैं जिसमें एक गोल सरिया डाल कर इसे घुमाया जाता हैं इनका अधिकतर प्रयोग गहराई मे लगे ष्टभुजाकार आकार के नट व बोल्ट को कसने व ढीले करने के लिए किया जाता हैं.
Pin Spanner – इस प्रकार के स्पेंनर का एक सिरा अर्द्ध गोलाकार होता हैं जिसके सिरे मे एक हुक बना होता हैं इस स्पेनर का प्रयोग गोलाकार नट पर किया जाता हैं जिसमें एक सुराख बना होता हैं स्पेनर की हुक इस सुराख मे फसा दी जाती हैं और नट को आवश्कता के अनुसार खोला या कसा जा सकता हैं.
Pipe Wrench – यह एक ऐसा रेंच है जो हमें आमतौर घरो मे देखने को मिल जाता हैं इसका प्रयोग छोटे नट को टाइट या लूज करने के लिए किया जाता है इस रेंच की सहायता से हम बहुत से रेंच के बराबर कार्य कर सकते हैं यह रेंच एडजस्ट टेबल रेंच से बड़ा होता हैं इसका प्रयोग ज्यादातर पाइप को कसने या ढीला करने के लिए भी किया जाता हैं.

Chain Wrench – इसमें एक रोलर चेन और एक लम्बे टेपर्ड हैंडल का प्रयोग किया जाता हैं इसके हैंडल को बोल्ट के द्वारा जॉस से जोड़ा जाता है इसका प्रयोग बड़े व्यास वाले पाइप को पकड़ने या ग्रिप करने के लिए किया जाता हैं जहाँ पर सिटलशन पाइप रेंच का प्रयोग किया जा सकता इसकी झामता 50 से 150 मी.मी. व्यास वाले पाइप को पकड़ने या ग्रिप करने के लिए होते हैं इसका प्रयोग अनियमित आकारों को पकड़ने या ग्रिप करने के लिए भी करते हैं.
Allen Key – यह एलन key आमतौर पर घरो मे देखने को मिलती हैं इसको हम घरो मे L Key के नाम से भी जानते हैं यह नट के अंदर फिक्स होकर उसे खोला व कसा जाता हैं जो नट बहार से गोल होता हैं उसके बीच मे L Key के लिए थोड़ी सी जगह होती हैं जहाँ पर L Key का प्रयोग किया जाता हैं.

Cross Rim Wrench – क्रॉस रिम रेंच का प्रयोग गाड़ियों के पाहियों को खोलने व कसने के लिए किया जाता हैं इस X के आकार का होता हैं जहाँ पर ओपन एन्ड रेंच या रिंग एन्ड रेंच का प्रयोग नहीं किया जा सकता हैं वहाँ पर क्रॉस रिम रेंच का प्रयोग किया जाता हैं इसे क्रॉस रिम रेंच या स्पाइडर रेंच भी कहा जाता हैं.
सावधानियां
स्पैनर को उपयोग करते समय सावधानियां बरतनी चाहिए जो कि निम्न प्रकार से हैं
- नट या बोल्ट के लिए उचित साइज का ही स्पैनर उपयोग में लाना चाहिए।
- यदि नट या बोल्ट के लिए बड़े साइज का स्पैनर में लाएंगे। तो नट या बोल्ट के हैड की शेप गोल हो जाएगी। और चोट भी लग सकती है।
- स्पैनर पर कभी भी स्पैनर की क्षमता से अधिक बल नहीं लगाना चाहिए। क्योंकि अधिक बल लगाने से स्पैनर टूट सकता है।
- कभी भी पाइप लगाकर स्पैनर की लंबाई नहीं बढ़ानी चाहिए।
- कार्य करते समय नट या बोल्ट के साइज के अनुसार उचित स्पेनर या रेंच का प्रयोग करना चाहिये । यदि सही साइज का स्पेनर प्रयोग में न लाया गया तो वह कार्य करते समय फिसल सकता है व चोट लगने की संभावना भी रहती है ।
- स्पैनर पर कभी भी हैमर से चोट नहीं मारनी चाहिए।
- स्पेनर या रेंच पर आवश्यकता से अधिक ताकत नहीं लगानी चाहिए ।
- यदि स्पैनर में ग्रीस, मोबिल ऑयल या कोई स्लिप होने वाला ऑयल लगा हो तो उसको साफ करके उपयोग में लाना चाहिए।
- एडजस्टेबल स्पेनर का प्रयोग करते समय एडजस्टेबल जॉ को उस ओर रखना चाहिए जिधर बल लगाया जा रहा है ।