Electric Motor Kya Hai Details In Hindi | Types of Motor | मोटर कितने प्रकार की होती हैं | काम कैसे करती है?
Electric Motor Kya Hai | Types of Motor
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दोस्तों आज हम बात करेंगे मोटर क्या होती है और मोटर कितने types की होती है, इसके बारे में जानकारी देने की कोशिश की है। इसके साथ मै आपको इलेक्ट्रीकल इंटरव्यू से जुड़े कई सवालो के जवाब देने की कोशिश की है। आज कोई भी क्षेत्र में देखे तो हर चीज मशीन से चलती है,और बिना मशीन के कोई चीज को चलना बहुत ही मुश्किल है, हमारे आस पास की जो भी चीज है सारी मशीन से ही बनती है,और हम देखे तो इंडस्ट्रीज [industries] में जो भी मशीन होते है
उसमें लगभग सभी में मोटर रहती है शायद ही कोई मशीन होगा जिसमें मोटर ना हो,और हमारे मे से सभी लोगों ने मोटर को देखा ही होगा क्युकी जब हम छोटे थे तब जो खिलौने वाली कार खेलते थे उसमें भी एक मोटर का उपयोग होता था और आज भी होता है,घर में पानी के लिए आज सभी लोग मोटर का उपयोग करते है कपडे की धुलनेकी जो मशीन होती है उसमें भी मोटर ही लगी रहती है पर क्या हम जानते है,वो मोटर कैसे काम करती है उसका काम क्या है और किस सिद्धांत पर काम करती है तो आइए जानते है,विद्युत मोटर क्या है और किस कार्य सिद्धांत पर काम करती है?
Electric motor क्या है? – What is Electric motor in Hindi
मोटर एक ऐसा उपकरण है जो इलेक्ट्रिकल एनर्जी को मैकेनिकल एनर्जी मे बदल देता है, मतलब जैसा कि आपने हमेशा से देखा होगा कि हम मोटर में इलेक्ट्रिकल एनर्जी मतलब सप्लाई देते हैं और हमको एक रोटेटिंग एनर्जी मिल जाता है जिसे हम मेकेनिकल एनर्जी हैं। आज के समय में 2 तरह के मोटर का निर्माण हो रहा है जो की AC Motor & DC Motor है । AC Motor जो की single-phase induction motor, three-phase induction motor, & synchronous motor के कैटेगरी में विभाजित होते है ।
उसी तरह DC Motor में dc series motor, dc wound motor, shunt motor, compound Motor के कैटेगरी में विभाजित होते है । आधुनिक युग में इसका इस्तेमाल लगभग हर क्षेत्र में देखने को मिलता है। Electric motor आज छोटे-छोटे industries से लेकर के big industries मैं भी विभिन्न कामों के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
Motor ka avishkar kisne kiya
मोटर का सबसे पहले अविष्कार माइकल फैराडे ने किया था यह एक ब्रिटिश भौतिक विज्ञानी और रसायनज्ञ थे। जिसके बाद ही बिजली के शक्ति से छोटे-बड़े कई मशीनी यंत्र को बहुत ही आसानी से चलाया जाने लगा।
माइकल फैराडे के बाद कई सुधार करके कई अलग-अलग डिजाइन मे कई वैज्ञानिकों ने और भी विद्युत मोटर का अविष्कार किया। विद्युत मोटर का अविष्कार ब्रिटिश वैज्ञानिक माइकल फैराडे ने 1821 में किया था।
उन्होंने एक लोहे की अंगूठी में चारों तरफ तार लपेट दिया। तब उन्होंने यह महसूस किया हैं की अंगूठी के क्वायल में एक तरफ विद्युत देने पर दूसरे तरफ भी उसे महसूस किया जा रहा हैं।
लेकिन उस समय उन्होंने पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक मोटर नहीं बनाया था। अपने प्रयासों में कार्यरत रहते हुए 10 सालों बाद 1831 में उन्होंने सफलतापूर्वक इलेक्ट्रिक मोटर का अविष्कार किया।
विधुत मोटर की परिभाषा (Definition of electric motor)
विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदलने के लिए विद्युत मोटर का उपयोग किया जाता है। आइए एक उदाहरण देखें: आपके घर में मिक्सर आपके लिए क्या करता है? घूमने वाले ब्लेड आपके लिए चीजों को मैश और मिलाते हैं। और अगर कोई आपसे पूछे कि यह कैसे काम करता है, तो आप क्या कहेंगे? आप शायद कहेंगे कि यह बिजली पर काम करता है। खैर, यह गलत नहीं है। मोटर्स विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक कार्य में परिवर्तित करती है। इसके विपरीत जनरेटर द्वारा किया जाता है जो यांत्रिक कार्य को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित करता है ।
Types of Electric motor in Hindi
मोटर कितने प्रकार की होती हैं?
आपने सभी लोगो के मुँह से सुना होगा की मोटर 2 प्रकार के होते है । लेकिन वास्तव में मोटर 3 प्रकार के होते है । जिनके नाम नीचे दिए गए है ।
1 | एसी मोटर(AC Motor) |
2 | डीसी मोटर(DC Motor) |
3 | स्पेशल मोटर(Special Motor) |
Types OF (AC Motor) in hindi
Types of motor in hindi-AC मोटर जिसके नाम से ही आपको मालूम हो गया होगा की वैसा मोटर जो AC सप्लाई से चले । AC सप्लाई जिसको अल्टरनेटिंग करंट(alternating current) कहते हैं ।
एक एसी मोटर में, एक प्रत्यावर्ती धारा कॉइल से होकर गुजरती है। जब एक प्रत्यावर्ती धारा को विद्युत चुम्बकों से गुजारा जाता है तो एक चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न होता है। स्थिर भागों में विद्युत चुम्बक होते हैं। उत्पन्न होने वाला चुंबकीय क्षेत्र लगातार बदलता रहता है। इलेक्ट्रोमैग्नेट्स और चुंबकीय क्षेत्र के बीच की बातचीत मोटर को घुमाती है।
यह मोटर विद्युत चुम्बकीय प्रेरण की घटना का उपयोग करके प्रत्यावर्ती धारा को यांत्रिक शक्ति में परिवर्तित करती है। यह मोटर प्रत्यावर्ती धारा से चलती है। इसके दो मुख्य भाग स्टेटर और रोटर हैं।
स्टेटर मोटर का स्थिर भाग होता है, जबकि रोटर मोटर का घूमने वाला भाग होता है। एसी मोटर्स दो कैटेगरी की होती हैं एक सिंगल फेज और दूसरी थ्री फेज।
विद्युत से यांत्रिक में बल्क पावर रूपांतरण के लिए उद्योग में तीन-चरण एसी मोटर उपयोगी हैं। छोटे बिजली रूपांतरण के लिए, एकल-चरण एसी मोटर उपयुक्त हैं। सिंगल-फेज एसी मोटर आकार में छोटी होती है, और यह घर, कार्यालय, कारखानों आदि में विभिन्न प्रकार की सेवाएं प्रदान करती है।
अधिकांश घरेलू उपकरणों जैसे रेफ्रिजरेटर, पंखे, वाशिंग मशीन, हेअर ड्रायर, मिक्सर आदि के लिए सिंगल फेज एसी मोटर का उपयोग किया जाता।
AC Motor जो की दो तरह के होते है –
1 | सिंक्रोनस मोटर |
2 | असिंक्रोनस मोटर |
असिंक्रोनस मोटर को ही इंडक्शन मोटर भी कहा जाता है।
Induction motor Type in hindi
Induction मोटर (असिंक्रोनस मोटर) भी दो टाइप्स की होती है।
1 | Squirrel cage induction motor |
2 | Slip ring induction motor |
type of induction मोटर in hindi
squirrel cage induction मोटर
इस तरह का मोटर आज के समय में सबसे जयदा उपयोग में आने वाला मोटर होता है, इसी मोटर का इस्तेमाल आजकल की नई ट्रैन के इंजन मे होता है।
slip ring induction मोटर
यह स्लीपरिंग रिंग इंडक्शन मोटर इस तरह का मोटर जो की Heavy-torque वाली मोटर होती है। इस तरह के मोटर का उपयोग अधिकतर वेट लिफ्टिंग में किया जाता है। इस मोटर की सबसे खास बात यह होता है, की इस मोटर के रोटर में स्लीपरिंग लगी होती है। जिसकी मदद से इस मोटर की स्पीड को बहुत ही आराम से आप कम और ज्यादा कर सकते है।
Types of DC Motor
डीसी मोटर कितने प्रकार की होती है?
डीसी मोटर में वह सभी मोटर आती है जो कि DC सप्लाई से चलती है जिसे डायरेक्ट करंट करंट(direct current) कहते हैं| अब AC मोटर की तरह DC मोटर भी कुछ भागों में विभाजित होती है।
DC Motor types चार भागो में विभाजित होती है।
- DC shunt Motors (डीसी शंट मोटर)
- DC series Motor (डीसी सीरीज मोटर)
- DC compound motor (डीसी कंपाउंड मोटर)
- DC permanent magnet motor (परमानेन्ट मैगनेट मोटर)
DC Shunt मोटर – DC मोटर के अंदर सबसे ज्यादा उपयोग होने वाली मोटर dc शंट मोटर है। क्योंकि यह मोटर एक फिक्स स्पीड (constant speed) मोटर है।
उपयोग – लेथ मशीन और कपड़े बनाने की मशीन (fabric weaving M/C)
DC series मोटर – यह मोटर हाई स्टार्टिंग torque मोटर है। इसलीए इस मोटर को हम बिना लोड के स्टार्ट नही कर सकते।
उपयोग – लिफ्ट, क्रेन और पुरानी ट्रैन के इंजन में। नई ट्रैन इंजन मे ac squirrel cage मोटर का उपयोग होता है।
DC compound मोटर – डीसी कंपाउंड मोटर इस मोटर का उपयोग बहुत कम जगह होता है।
उपयोग – स्टंपिंग मशीन मे ओर कही-कही पर रोलिंग मशीन मे भी डीसी कंपाउंड मोटर का उपयोग होता है।
Permanent Magnet DC मोटर – इस मोटर मे परमानेन्ट मैगनेट का उपयोग करते है इसलीए इस मोटर मे फील्ड वाइंडिंग नही होती है।
उपयोग – कंप्यूटर फैन, टॉय कार, ड्रोन
Types of Special motor (How Many Types Of Motor In Hindi)
1 | Universal motor(यूनिवर्सल मोटर) |
2 | Stepper motor(स्टेपर मोटर) |
3 | Servo Motor(सर्वो मोटर) |
4 | Brush less DC Motor(ब्रुशलेस डीसी मोटर) |
types of motor in hindi / मोटर कितने प्रकार के होते है
1-Universal motor/ यूनिवर्सल मोटर-
universal motor in hindi-यह एक ऐसा मोटर होता है जो की AC ओर DC दोनो सप्लाई से चल सकता है,इस मोटर का स्पीड बहुत ही अधिक होती है। इसका उपयोग mixer, drill मशीन में किया जाता है ।
2-स्टेपर मोटर –
इस मोटर का उपयोग केवल और केवल रोबर्ट में ही किया जाता है ।
3-सर्वो मोटर –
इसका उपयोग भी रोबर्ट में ही किया जाता है , जैसे स्टेपर मोटर (stepper motor) का किया जाता है , ये मोटर काफी उपयोगी होते है । लेकिन इसको स्टार्ट करने के लिए VFD लगानी पड़ती है । जिसको Servo- VFD कहते है ।
4-ब्रुशलेस डीसी मोटर –
इस मोटर का उपयोग आगे चल कर अधिक होने वाला है क्योंकि यह मोटर काफी वजन में हल्की होती है ओर साथ साथ इस मोटर का maintenance सभी मोटर मे सबसे कम होती है। आज के समय में भी इस मोटर का उपयोग बहुत जगह पर किया जाने लगा है । यह मोटर Brush-less होती है , ये साधारण dc-motor की तरह ही होती है फर्क ब्रश का होता है , इनके बनावट में ।
मोटर का क्या उपयोग हैं
आजकल कोई ऐसा मशीन चाहे वह घरेलू मशीन हो कृषि में उपयोग होने वाला मशीन हो यह सारे मशीन में मोटर जरूर लगा रहता हैं। जिससे कि हमारा काम बहुत ही आसानी से हो जाता हैं।
आज कल शायद ही कोई ऐसा मशीन होगा जिसमें की मोटर नहीं लगा होगा। इससे औद्योगिक विकास भी बहुत हो रहा हैं। कृषि से जुड़े कई काम हैं जैसे कि खेतों में पानी देने के लिए मशीन बने हैं उसमें भी मोटर लगा रहता हैं।
फसल का कटाई हो रहा हैं मशीन से ही हो रहा हैं। खेतों में अगर बीज डालना हैं उसके लिए भी मशीन हैं। इन सारे मशीनों में इलेक्ट्रिक मोटर जरूर लगा रहता हैं। घरेलू उपकरण भी कई ऐसे हैं जिससे कि काम आसान हो जाता हैं। पहले कोई भी काम करने के लिए कपड़ा धोने के लिए मेहनत होता था।
जब गर्मी होने लगता था तो हाथ का पंखा रहता था। लेकिन आजकल इलेक्ट्रिक मोटर की वजह से सारे काम आसान हो गए हैं। जैसे कि पंखा, एसी, वाशिंग मशीन, कूलर, ब्लोवर, मिक्सी और कई ऐसे घरेलू उपकरण हैं। जिसमें की मोटर लगा रहता हैं। आजकल तो कार भी मोटर के सहायता से चलाया जा रहा हैं।
स्कूटर और मोटरसाइकल में भी मोटर लगा रहता हैं। ईंधन की कमी होने की वजह से आजकल ट्रेन भी विद्युत मोटर के सहयोग से ही चलाया जा रहा हैं। इसका नियंत्रण करना भी बहुत आसान हो जाता हैं।
Difference Between Ac and Dc Motor in Hindi
अगर आपको अब भी Ac और Dc Motor क्या होता है और इसमें क्या अंतर है इसको समझने में में कोई कन्फ़्युशन है तो अब हम आपको इनके बीच के कुछ महत्वपूर्ण अंतर नीचे बताने जा रहे है।
Parameter | AC Motor | DC Motor |
Definition | एसी मोटर एक विद्युत मोटर है जो एक प्रत्यावर्ती धारा द्वारा संचालित होती है। | डीसी मोटर रोटेटरी इलेक्ट्रिक मोटर है जो डीसी ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में परिवर्तित करती है। |
Types | यह दो प्रकार का होता है जो सिंक्रोनस एसी मोटर्स और इंडक्शन मोटर्स हैं। | डीसी मोटर दो प्रकार की होती है जो ब्रश के साथ डीसी मोटर और ब्रश के बिना डीसी मोटर हैं। |
Current Input | इसमें एसी करंट का इस्तेमाल होता है। | इसमें डीसी करंट का इस्तेमाल होता है। |
Input Phases | एसी मोटर्स सिंगल-फेज और थ्री-फेज दोनों आपूर्ति पर चल सकती हैं। | डीसी मोटर्स केवल सिंगल फेज सप्लाई पर चल सकती हैं। |
Motor Initiation | तीन फेज वाली एसी मोटर सेल्फ स्टार्टिंग होती है और सिंगल फेज एसी मोटर के लिए स्टार्टिंग मैकेनिज्म की जरूरत होती है। | डीसी मोटर्स हमेशा सेल्फ स्टार्टिंग प्रकृति की होती हैं। |
ArmaturePosition | एसी मोटर में आर्मेचर स्थिर रहता है जबकि चुंबकीय क्षेत्र घूमता है। | डीसी मोटर्स में आर्मेचर घूमता है लेकिन चुंबकीय क्षेत्र स्थिर रहता है। |
Input Terminals | इस मोटर में तीन इनपुट टर्मिनल हैं। | इस मोटर में दो इनपुट टर्मिनल हैं। |
Load Change | एसी मोटर लोड में बदलाव के प्रति कम प्रतिक्रियाशील होते हैं। | डीसी मोटर्स लोड में बदलाव के लिए तेजी से उत्तरदायी हैं। |
Applications | एसी मोटर्स उच्च गति और परिवर्तनशील torque की आवश्यकता पर लागू होते हैं। | डीसी मोटर्स variable गति और उच्च torque की आवश्यकता पर लागू होते हैं। |
Uses | मुख्य रूप से बड़े उद्योगों में उपयोग किया जाता है। | मुख्य रूप से छोटे घरेलू उपकरणों में उपयोग किया जाता है। |
Conclusion
तो friend’s उम्मीद है की विद्युत मोटर क्या है, मोटर का काम क्या है, और किस कार्य सिद्धांत पर काम करती है? ये आपको आसानी से पता चल गया होगा और आपके सवालों का जवाब मिल गया होगा,अगर आपको अभी भी कोई सवाल है तो आप कमेंट कर के जरूर बताये और ये पोस्ट अच्छी लगी हो तो अपने FRIENDS को जरूर शेयर [share] करे.