फिटर किसे कहते हैं | ITI Fitter Course Details In Hindi

फिटर किसे कहते हैं | ITI Fitter Course Details In Hindi | आईटीआई फिटर कोर्स क्या होता है | आईटीआई फिटर कोर्स कैसे करें

फिटर किसे कहते हैं | आईटीआई फिटर कोर्स क्या होता है | आईटीआई फिटर कोर्स कैसे करें

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ITI Fitter Course Detail in hindi | Fitter meaning in Hindi

आजकल कई छात्र 10वीं पास करने के बाद ही ITI FITTER course करना चाहते हैं लेकिन उन्हें यह नहीं पता होता है कि ITI FITTER course क्या होता है। उन्हें कोई समझाने वाला नहीं होता है कि यह course को करने से आप क्या बन सकते हैं और इस course को करने से हमें क्या लाभ मिलते हैं,आज हम ITI FITTER course के बारे में बात करेंगे। अगर आप भी आईटीआई के फिटर ट्रेड में एडमिशन लेना चाहते हैं और फिटर के बारे में पूरी जानकारी जानना चाहते हैं तो हम इस आर्टिकल के द्वारा आपको पूरी जानकारी देने जा रहे है .

यहां पर आपके Fitter Course से जुड़े हुए जितने भी सवाल हैं उसे हम इस आर्टिकल के द्वारा आपको बताएंगे तो अब आपके मन में सवाल होगा कि आईटीआई फिटर क्या है Fitter Course करने के बाद हम जॉब कैसे हासिल करें फिटर कोर्स में प्रवेश कैसे लें तो इन सभी की जानकारी इस आर्टिकल के माध्यम से आप को शेयर करेंगे.

What is ITI Fitter Course Details in Hindi | आईटीआई फिटर कोर्स क्या है

फिटर ट्रेड मैकेनिकल इंजीनियरिंग से जुड़ा हुआ कोर्स है मशीनों, यंत्रों के पुर्जों आदि की कटिंग, फिटिंग तथा निर्माण एवं मरम्मत करने वाले मिस्त्री को फिटर कहते हैं। जोकि कैपिटल गुड्स एंड मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के अंतर्गत आता है और यह आईटीआई ट्रेड का एक लोकप्रिय ट्रेड है सामान्य भाषा में फिटर ट्रेड या फिर वह व्यक्ति होता है जो किसी भी जी चीज को जोड़ने का कार्य करता है

यानी कि बहुत सारे पार्ट को आपस में मिलाकर एक प्रोडक्ट बनाता है उसे फिटर कहते है। भारत में जितने भी बड़ी बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां है मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है उन सभी में fitter की आवश्यकता होती है और उन सभी में काम करने वाले व्यक्ति आईटीआई फिटर ट्रेड से ही होते हैं जो की हर छोटे-छोटे पार्ट मिलाकर ही एक बड़ी मशीन बनती है

इसमें आपको अलग-अलग तरह की Fittings के बारे में बताया जाता है यह एक Mechanical Branch है। जो कि हमें अलग-अलग तरह के Pipes Fitting, Structure Fitting ओर Machine Fitting के बारे में knowledge देता है। इस कार्य को करने के लिए फिटर ट्रेड के ही स्टूडेंट की जरूरत होती है और फिटर ट्रेड वाले ही उस कार्य को बेहतरीन तरीके से कर सकते हैं Fitter में आमतौर पर मॉडल का कार्य करना होता है जिसमें मशीन के पुर्जो को काटना और फिर उसको आपस में गिनके जोड़ना जैसा काम फिटर ट्रेड के अंतर्गत किया जाता है।

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ITI Fitter Full Form in Hindi | आईटीआई फिटर का फुल फॉर्म क्या है

FFitenssशारीरिक रूप से सुदृढ़
IIntelligentमानसिक रूप से बुद्धिमान
TTalentedकार्य सीखने की योग्यता
TTargetलक्ष्य को पाने का इच्छुक
EEfficientकार्य करने में कुशल
RRegularityनियमितता
Fitter Course Details In Hindi

ITI Fitter course ki jankari In Hindi

आप समझ गए होंगे कि फिटर क्या होता है या आईटीआई फिटर कोर्स क्या होता हैं यानी कि फिटर कोर्स में 75 पर्सेंट कार्य को हाथों से करना पड़ता है तथा 25 परसेंट कार्य को मशीनों के द्वारा किया जाता है.

Eligibility for Fitter ITI Course in Hindi | आईटीआई फिटर कोर्स कौन कर सकता है

आईटीआई Fitter Course करने के लिए बहुत ही कम योग्यताओं की आवश्यकता होती है। इस कोर्स को दसवीं कक्षा की पढ़ाई के पश्चात किया जा सकता है।

इस Fitter Course में प्रवेश लेने के लिए कुछ नियम और शर्तें होती हैं। जिनका विवरण नीचे दिया गया है।

  • विद्यार्थी का किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से दसवीं कक्षा का पास होना आवश्यक होता है।
  • दसवीं कक्षा में विद्यार्थी के पास विज्ञान तथा गणित विषय का होना अनिवार्य होता है।
  • विद्यार्थी की आयु कम से कम 14 वर्ष होनी जरूरी होती है।
  • विद्यार्थी की अधिकतम आयु 40 वर्ष हो सकती है।
  • पिछड़ी जातियों से आने वाले विद्यार्थियों के लिए अधिकतम आयु में 3 वर्ष की छूट दी जाती है।
  • प्रवेश परीक्षा तथा दसवीं कक्षा में प्राप्त अंकों की मेरिट दोनों के आधार पर अलग-अलग कॉलेजों में प्रवेश दिया जाता है।


यह कुछ नियम और शर्तें थी। जो भी विद्यार्थी इन को पूरा करता है उसे आईटीआई फिटर ट्रेड में प्रवेश मिल जाता है।

Fitter Course में सामान्य रूप से निम्नलिखित विषयों को कवर किया जाता है:

  1. मैकेनिकल सिस्टम्स: इसमें इंजन, गियरबॉक्स, ब्रेक सिस्टम, सस्पेंशन सिस्टम, व्हील एलाइनमेंट, इत्यादि को समझने और मरम्मत करने की प्रशिक्षण दी जाती है।
  2. इलेक्ट्रिकल सिस्टम्स: यह विषय बैटरी, वायरिंग, फ्यूज़ और स्विच सिस्टम, इलेक्ट्रिकल मोटर, वाइपर, लाइटिंग सिस्टम, आदि पर ध्यान केंद्रित करता है।
  3. मरम्मत और तत्परता: यह विषय नकली और नये पुराने उपकरणों की मरम्मत करने के तरीके, सुरक्षा नियम, औद्योगिक नियम और मरम्मत के लिए उपकरणों का उपयोग करने के तरीकों पर प्रशिक्षण प्रदान करता है।
  4. चित्रों की पढ़ाई: यह विषय टेक्निकल चित्रों को पढ़ने और समझने की कला प्रदान करता है, जिससे छात्र स्केच, डिज़ाइन और नकली चित्र बना सकते हैं।
  5. उपयोगी औद्योगिक अभ्यास: इसमें छात्रों को उपयोगी औद्योगिक कौशल प्रदान किए जाते हैं, जैसे कि टूल और उपकरणों का उपयोग करना, रिपेयर वर्कशॉप तकनीक, मेटल कटिंग और वेल्डिंग आदि।

यह कोर्स आमतौर पर सरकारी और प्राइवेट व्यावसायिक प्रशिक्षण संस्थानों में उपलब्ध होता है। यहां छात्रों को सामरिक, साक्षात्कारिक और कक्षा के माध्यम से शिक्षण प्रदान किया जाता है।

यह कोर्स आपको एक प्रशिक्षित फिटर के रूप में रोजगार के अवसर प्रदान कर सकता है, जहां आप मरम्मत कार्य, सुरक्षा नियमों का पालन, मशीनरी की जांच, नई इंस्टॉलेशन और प्रोजेक्ट्स को निरीक्षण कर सकते हैं।

ITI Fitter Course Duration in Hindi | आईटीआई फिटर कोर्स कितने साल का होता है

आईटीआई Fitter Course कुल 2 वर्ष की अवधि का होता है। इस कोर्स में पाठ्यक्रम को 4 सेमेस्टर में विभाजित किया जाता है। प्रत्येक सेमेस्टर 6 महीने का होता है। तथा प्रत्येक सेमेस्टर के पश्चात परीक्षा आयोजित की जाती है।

कुछ कॉलेज ऐसे होते हैं, जहां पर फिटर कोर्स में प्रवेश लेने के लिए प्रवेश परीक्षा देनी पड़ती है। ऐसी स्थिति में प्रवेश परीक्षा की तैयारी में 2 से 4 महीने तक का समय लग जाता है।

जबकि 2 वर्षीय पाठ्यक्रम पूरा करने के पश्चात अच्छी कंपनियों में नौकरी प्राप्त करने के लिए 1 वर्ष की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग हुई आवश्यक होती है। जिसे अप्रेंटिस कहा जाता है।

प्रवेश परीक्षा की तैयारी में लगने वाला समय तथा प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के समय को 2 वर्षीय पाठ्यक्रम ट्रेनिंग में नहीं जोड़ा गया है।

ऊपर बताएंगे तीनों समय को जोड़ा जाए तो कहा जा सकता है, कि आईटीआई Fitter Course को ट्रेनिंग सहित 3 वर्ष से लेकर 3.5 वर्ष में पूरा किया जा सकता है ।

इस लेख आईटीआई Fitter Course डिटेल्स इन हिंदी में आपने अब तक कोर्स के समय तथा फुल फॉर्म से संबंधित जानकारी प्राप्त की है अब आगे इस कोर्स आने वाले खर्च के बारे में जानकारी दी गई है

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ITI Fitter Syllabus in Hindi | आईटीआई फिटर सिलेबस क्या होता है

ITI FITTER में पांच विषय होते हैं?

1. Professional Skill (Trade Practical)

Trade Practical में आपको Sheet Metal, Welding, Drilling Safety और  Precautions, Hand tools और Machining, Necessities of Forging Process, Miscellaneous Sheet metal Processes, Chipping, Hacksawing आदि के बारे में बताया जाता है।

2. Professional knowledge (Trade Theory)

इसमें आपको Trade Introduction, Safety Precautions, Measurement और Measuring Instruments, Common Hand Tools, Marking और Marking Tools, Properties of Metals, Drilling Machine, Forging

Heat Treatment, Sheet Metal Work, Solder Welding, Drill, Reaming, Screw, Threads, Grinding, Interchangeability, Metals, Scraping, Precision Measuring Instruments, Plant Maintenance, Assembly और इससे related कई techniques के बारे में पढ़ाया जाता है।

3. Engineer Drawing

इसमें आपको Free Hand Drawing, Symbolic Presentation, Lines, Drawing instruments, Construction of Scale and Diagonal Scale, Scale, Drawing of solid, Shapes, Orthographic, Projection,

Orthographic Drawing of a Simple Fastener, Draw Details of Simple Melting Blocks, Vice Assembly, Reading of Drawing, Freehand Sketch of Mechanical Machine Parts, Practical of Trade-Related Symbols, Study of Drawing और Estimation Material के बारे में बताया जाता है।

4. Workshop Science And Calculation

इसमें आपको Algebra, Mensuration, Trigonum Calculation-Algebra Dry, Heat और Temperature, Basic Electricity, Levers और Simple Machines

Units, Fraction, Square Root, Ratio और Proportion, Percentage, Material Science, Mass, Weight और Density, Speed और Velocity, Work, Power और Energy के बारे में बताया जाता है।

5. Employability Skills

इसमें आपको English literacy, Information technology literacy, Communication skills और भी कई सारी चीजें पढ़ाई जाती है।

ITI Fitter Course Fees | फिटर आईटीआई की फीस कितनी है

ITI Fitter Course की फीस प्राइवेट तथा सरकारी संस्थानों में अलग-अलग मात्रा में होती है

सरकारी संस्थानों में आईटीआई कोर्स फीस लगभग ना के बराबर होती है कंबल कम बजट वाले विद्यार्थियों के लिए सरकारी शिक्षण संस्थानों से इस फिटर कोर्स को करना चाहिए

लेकिन सरकारी संस्थानों में प्रवेश लेने के लिए प्रवेश परीक्षा को पास करना जरूरी होता है

कुछ सरकारी शिक्षण संस्थानों में फीस लगभग ना के बराबर होती है फिर भी औसत के हिसाब से बात की जाए तो सरकारी संस्थानों में आईटीआई फिटर कोर्स फीस ₹3000 से लेकर ₹5000 तक होती है

जो विद्यार्थी प्रवेश परीक्षा पास में ही कर पाते हैं या किसी अन्य कारण से निजी शिक्षण संस्थानों से इस कोर्स को करने के लिए प्रवेश लेते हैं उन्हें सरकारी शिक्षण संस्थानों के मुकाबले अधिक फीस देनी होती है

प्राइवेट शिक्षण संस्थानों में आईटीआई फिटर फीस लगभग ₹20000 से लेकर ₹35000 तक होती है कुछ शिक्षण संस्थानों में यह फीस ₹35000 से भी अधिक हो सकती है

फीस से संबंधित उचित जानकारी कॉलेज की वेबसाइट पर विजिट करके प्राप्त की जा सकती है।

ITI Fitter course age limit कितनी होती है ?

आईटीआई के फिटर ट्रेड में एडमिशन लेने के लिए आवेदक की न्यूनतम आयु 14 वर्ष होनी चाहिए और अधिकतम आयु 40 वर्ष होना चाहिए जाति वर्ग जैसे एससी एसटी ओबीसी कैटेगरी के हिसाब से आयु सीमा में भी छूट दिया जाता है।

Iti fitter मे admission कैसे ले 

आईटीआई फिटर ट्रेड दो तरह से किया जा सकता है सरकारी कॉलेज और प्राइवेट कॉलेज दोनों तरह के कॉलेज से आप आईटीआई फिटर ट्रेड को कर सकते हैं।  

Fitter का क्या कार्य होता है फिटर कोर्स में क्या सिखाया जाता है 

फिटर कोर्स में पाइप फिटिंग, ड्रिलिंग, बिल्डिंग निरीक्षण करना, नापाई का काम कराया जाता है इसमें विभिन्न तरह के विघटन और संयोजन करना, मशीन टूल्स की सटीकता का परीक्षण करना बताया जाता है मशीन की छोटी मोटी मरम्मत कैसे करेंगे बोल्ट के साथ कैसे असेंबल करेंगे इस तरह के कार्य को fitter में सिखाया जाता है।  

Fitter के बाद क्या करे

ITI Fitter Course

फिटर कोर्स को करने के बाद आप तुरंत नौकरी नहीं करना चाहते हैं तो आप अपने आगे के पढ़ाई को भी जारी रख सकते हैं आप इंजीन्यरिंग के बड़े कोर्स में भी प्रवेश ले सकते हैं नेशनल अप्रेंटिस सर्टिफिकेट्स के लिए आप विभिन्न प्रकार के उद्योगों में अप्रेंटिस प्रोग्राम में शामिल हो सकते हैं engineering की कई शाखाओं में डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं.

Types of Fitter ITI Trade | आईटीआई फिटर ट्रेड कितने प्रकार का होता है


फिटिंग से संबंधित इस आईटीआई ट्रेड में कई प्रकार होते हैं। उन सभी प्रकारों का विवरण नीचे दिया गया है।

  • सामान्य फिटर ( General Fitter)
  • बेंच फिटर  (bench fitter)
  • पाईप फिटर (pipe fitter)
  • ताला फिटर lock fitter)
  • मेंटेनेंस फिटर (maintenance fitter)
  • असेंबली फिटर (assembly fitter)
  • डाई फिटर (die fitter)
  • मशीन फिटर (Machine fitter)
  • खान फिटर (Mining fitter)
  • पेट्रोल और डीजल फिटर (Petrol diesel fitter)
  • ऑटो फिटर (Auto fitter)
  • टरबाइन फिटर (Turbine fitter)
  • लोकोमोटिव फिटर (Locomotive fitter)
  • विद्युत फिटर (Electrical fitter)

इस प्रकार के अनेकों फिटर विकल्प इस कोर्स में होते हैं। आप इनमें से जो भी विकल्प चुनते हैं। उसके अनुसार ही शिक्षा प्राप्त करते हैं। तथा आगे उसी क्षेत्र में रोजगार के अवसर मिलते हैं।

इस वजह से सामान्य फिटर विकल्प को चुनना फायदेमंद रहता है। जिसमें हर प्रकार की फिटिंग से संबंधित शिक्षा प्रदान की जाती है।

लेकिन अगर आप किसी विशेष फिटिंग के कार्य को सीखना चाहते हैं। तो आप अपने अनुसार उस विषय को चुनकर उसमें कार्य सीख सकते हैं।

अब ITI Fitter Course Details in Hindi में आगे इस कोर्स में पढ़ाए जाने वाले सिलेबस और उसके विषयों के बारे में विस्तारित जानकारी दी गई है। आइए ITI Fitter Syllabus से संबंधित जानकारी प्राप्त करते हैं।

Career options after Fitter ITI in Hindi | फिटर आईटीआई कोर्स के बाद क्या करें

फिटर आईटीआई कोर्स करने के पश्चात विद्यार्थी के पास भविष्य को लेकर अनेकों प्रकार के कैरियर विकल्प होते हैं।

विद्यार्थी अग्रिम पढ़ाई से लेकर रोजगार और अपना निजी व्यवसाय भी शुरू कर सकता है।

इसके पश्चात नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS) से 12वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की जा सकती है।

इस कोर्स के पश्चात अगर आप इंजीनियरिंग क्षेत्र में कोई डिप्लोमा करना चाहते हैं। तो उसमें लैटरल एंट्री के माध्यम से दूसरे वर्ष में प्रवेश प्राप्त किया जा सकता है।

आईटीआई फिटर के बाद  नेशनल अप्रेंटिसशिप सर्टिफिकेट (NAC) के लिए  विभिन्न प्रकार की कंपनियों में प्रैक्टिकल ट्रेनिंग का प्रशिक्षण प्राप्त किया जा सकता है।

अगर आप प्रशिक्षक बनने में रुचि रखते हैं तो इस कोर्स के पश्चात  शिल्प प्रशिक्षक प्रशिक्षण योजना (CITS) के साथ जुड़ सकते हैं।

इसके अलावा इस कोर्स के पश्चात विभिन्न प्रकार की ITI Fitter Jobs प्राप्त की जा सकती हैं। जिनकी जानकारी आगे दी गई है।

Jobs after ITI Fitter Course in Hindi | आईटीआई फिटर कोर्स के बाद नौकरियां

इस कोर्स के बाद फिटिंग से संबंधित विभिन्न प्रकार की ITI Fitter Jobs अनेकों कंपनियों में प्राप्त की जा सकती है।

अधिक जानकारी के लिए इसको उसके पश्चात मिलने वाली विभिन्न प्रकार के नौकरियों के पदों के कुछ प्रमुख नाम नीचे दिए गए हैं।

ITI Fitter Jobs

  • Fitter general
  • Welder
  • Mechanical fitter
  • Pipe fabricator
  • Plant maintenance fitter
  • Lathe machine operator
  • Technician technical assistant

इन पदों के अलावा भी और बहुत सारे पद होते हैं। जो आईटीआई फिटर कोर्स करने के पश्चात हासिल किए जा सकते हैं।

ऊपर दिए गए पद किस प्रकार के विभागों में या कंपनियों में उपलब्ध होते हैं। यह जानना भी आवश्यक है।

अधिक जानकारी के लिए जिन कंपनियों तथा विभागों में इस कोर्स के पश्चात नौकरी प्राप्त की जा सकती है। उनमें से कुछ प्रमुख कंपनियों के नाम नीचे दिए गए हैं ।

  • हिंदुस्तान पेट्रोलियम
  • आईबीएम
  • एल टी
  • ओएनजीसी
  • टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज
  • कोल इडिंया

इन कंपनियों के अलावा भी और बहुत सारी कंपनियां होती है। जहां पर फिटर के रूप में नौकरियां प्राप्त की जा सकती हैं।

ITI Fitter की Salary कितनी होती है?

वैसे तो हमारी salary हमारे काम के ऊपर base होती है और वैसे देखा जाए तो हर कंपनी की अपनी अपनी अलग-अलग सैलरी होती है। आपकी सैलरी आपकी योग्यता पर आधारित होती है।

जिस तरह का काम आप करते हैं आपकी सैलरी भी आपको उसी के आधार पर मिलती है मगर फिर भी हम यह कह सकते हैं कि ITI FITTER की सैलरी कम से कम प्रतिमाह में 10000 से 15000 के बीच में होती हैं।

ITI FITTER करने के बाद हम कौन-कौन सी Govt. job के लिए Apply कर सकते हैं?

ITI FITTER करने के बाद हम नीचे दी गई post में से कोई भी post के लिए apply कर सकते है।

  • ONGC
  • BHEL
  • NTPC
  • Municipal Corporations
  • Hydropower plants
  • Thermal power plants
  • Nuclear power plants 
  • Indian Oil
  • Indian Railway
  • Electricity Departmen

Benefits of ITI Fitter Course in Hindi | फिटर आईटीआई करने के फायदे

यह एक ऐसा कोर्स है जिसमें फिटिंग से संबंधित कार्य में शिक्षा प्राप्त की जा सकती है। इस कोर्स के माध्यम से थ्योरी तथा प्रैक्टिकल के द्वारा विद्यार्थी को फिटिंग के कार्यों में ट्रेंड किया जाता है।

इस कोर्स को करने के पश्चात अनेकों प्रकार के लाभ प्राप्त होते हैं। जिनका विवरण नीचे दिया गया है।

  • इस कोर्स के माध्यम से सरकारी तथा प्राइवेट क्षेत्रों में नौकरी प्राप्त की जा सकती है।
  • इस कोर्स को करने के उपरांत कोई इंजीनियरिंग डिप्लोमा करने के लिए लैटरल एंट्री के तहत प्रवेश मिल जाता है।
  • इस कोर्स के पश्चात फिटर के रूप में अपना खुद का व्यवसाय भी खोला जा सकता है।
  • इस कोर्स के पश्चात भारत के साथ-साथ विदेशों में जाकर अच्छी कमाई की जा सकती है।

इस तरह से यह कोर्स विद्यार्थी के जीवन में बहुत फायदेमंद होता है। जिसके माध्यम से विद्यार्थी अपनी अजीब का चलाने में सक्षम बनता है।

इस कोर्स की अच्छी शिक्षा प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्थान के बारे में जानकारी प्राप्त करना आवश्यक है। आइए इस कोर्स के शीर्ष शिक्षण संस्थानों के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।

Top Institutes for ITI Fitter Course | टॉप आईटीआई फिटर कोर्स शिक्षण संस्थान

फिटिंग के कार्य में कौशलता हासिल करने के लिए इस कोर्स का सर्वोत्तम शिक्षण संस्थान से करना आवश्यक है।

भारत में अनेकों प्रकार के ऐसे शिक्षण संस्थान हैं। जो इस फिटर आईटीआई कोर्स के लिए सर्वोत्तम माने जाते हैं।

अधिक जानकारी के लिए उनमें से कुछ प्रमुख संस्थानों के नाम नीचे दिए गए हैं।

Best Institutes for ITI Fitter Course

  • वनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी, वाराणसी
  • गवर्नमेंट इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, हरयाणा
  • गवर्नमेंट आईटीआई चंदनाथोपे, कोट्टमकरा
  • गवर्नमेंट इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, गुड़गांव
  • गवर्मेन्ट इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, उलुंदुरपेट
  • गवर्नमेंट इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीटूट, पुरुलिया

सुरक्षा सावधानियाँ (Safety & Precautions)

  1. स्वयं की सुरक्षा  (Self Safety)
  2. औजारों की सुरक्षा (Tool Safety)
  3. मशीन की सुरक्षा (Machine Safety)
  4. विद्युत संबंधी सावधानियां (Electrical Safety)
  5. सामान्य सुरक्षा (General Safety)

 स्वयं की सुरक्षा(Self Safety) 

1. वर्कशॉप में कार्य करते समय जूतों का प्रयोग करना चाहिए। 
2. वर्कशॉप में कार्य करते समय ढीले कपड़े नहीं पहनने चाहिए, केवल टाइट यूनिफार्म होनी चाहिए।
3. वर्कशॉप में कार्य करते समय घड़ी, टाई, चैन, बेल्ट आदि नहीं पहनना चाहिए।
4. जिस मशीन के बारे में आपको जानकारी नहीं है, उस मशीन को चालू नहीं करना चाहिए।
5. चलती हुई मशीन की मरम्मत नहीं करनी चाहिए।
6. वर्कशॉप के अंदर अगर चश्मा, हेलमेट आदि उपलब्ध है, तो उनका प्रयोग जरूर करना चाहिए।
7. कार्यशाला में कार्य करते समय किसी साथी के साथ साथ हंसी-मजाक बिल्कुल नहीं करनी चाहिए।
8. चालू मशीन या चालू इंजन के नीचे काम करने के लिए नहीं घुसना चाहिए।
9. मशीन या इंजन पर कार्य करते समय अपनी शर्ट की बाहे ऊपर कर लेनी चाहिए।

 औजारों की सुरक्षा(Tool safety) 

1. कार्यशाला में काम करने से पहले सभी औजारों के बारे में पूरी तरह जानकारी होनी चाहिए ।
2. नापने वाले(measuring tool) या फिर काटने वाले(cutting tool) औजारों को एक साथ नहीं रखना चाहिए।
3. औजारों को उपयोग में लेने से पहले ओर बाद में उन्हें अच्छे तरीके से साफ करके रखना चाहिए।
4. औजारों को ग्रीस और तेल इत्यादि में नहीं लगाना चाहिए
5. यदि किसी औजार की जरूरत नहीं है, तो उसे टूल बस में रख देना चाहिए।
6. बिना हैंडल वाले औजारों का उपयोग नहीं करना चाहिए।
7. खराब औजारों को काम में नहीं लेना चाहिए।

 मशीन की सुरक्षा(Machine Safety) 

1. जिस मशीन को हमें चालू करना है, उसके बारे में हमें पूरी जानकारी होनी चाहिए।
2. वर्कशॉप में रखी हुई मशीनों को हमें प्रतिदिन साफ करना चाहिए, ताकि वह सुरक्षित रहे और खराब नहीं हो।
3. जिस मशीन को लुब्रिकेशन की आवश्यकता है, उसके लुब्रिकेशन का पूरा ध्यान रखना चाहिए और जिस मशीन में कूलिंग की आवश्यकता है, उसमें कूलिंग का ध्यान रखना चाहिए।
4. बिना जरूरत मशीन को नहीं चलाना चाहिए।
5. चालू मशीन को छोड़कर नहीं जाना चाहिए।
6. जिस मशीन में से आवाज आती है। या फिर कोई नट बोल्ट लूज़ है, तो हमें उसे आवश्यकतानुसार टाइट कराना चाहिए।
7. मशीन पर कार्य करते समय यह पता होना चाहिए की मशीन सही से कार्य कर रही है या फिर नहीं और अगर नहीं कर रही तो उसकी मरम्मत करानी चाहिए।
8. आवश्यकतानुसार मशीन पर डेंजर खतरा लिखा होना चाहिए या फिर लिख देना चाहिए।
9. कार्यशाला में लगी मशीनों पर सुरक्षा कवच लगा होना चाहिए। 

ITI Fitter full form

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